tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post3515428631355473446..comments2024-02-11T08:46:41.916+05:30Comments on क्रांति स्वर: खेल और मजदूरों को ठेलvijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-40613646480270876732010-10-07T18:35:54.109+05:302010-10-07T18:35:54.109+05:30गोदियाल साहब
कृपया गलत फहमी न रखें मैं तो आप के अ...गोदियाल साहब <br />कृपया गलत फहमी न रखें मैं तो आप के अयोध्या संबंधी विचारों में भी आप के साथ हूँ.वो कोई बेवकूफ माथुर साहब रहे होंगे जिन्हें तहजीब का पता नहीं होगा तभी उन्होंने आप को गलत लिखा होगा.ऐसे लोगों की बातों को तत्काल रद्द करें और दिल दिमाग पर बोझ न डालें.मैंने तो खुद अपने पोस्ट पे उस 'सुखा राम बौद्ध विहार' को बौद्धों को वापिस करने की बात कही है अतः यदि वो स्थान आप के सुझाव के अनुसार राष्ट्रीय स्मारक घोषित हो तो मेरा मत आप के साथ है.उसी पोस्ट में अदालती फैसले से सबंधी समाचार की scanned कॉपी भी लगी है.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-5501225460198922402010-10-07T18:22:19.357+05:302010-10-07T18:22:19.357+05:30शुक्रिया विजय साहब , और सच कहूँ तो तबसे लिखने का ...शुक्रिया विजय साहब , और सच कहूँ तो तबसे लिखने का भे मूड नहीं बन रहा !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-9346288617249583002010-10-07T17:51:12.606+05:302010-10-07T17:51:12.606+05:30गोदियाल साहब
नमस्ते
मैंने किसी भी आक्रोश अथवा व्य...गोदियाल साहब <br />नमस्ते<br />मैंने किसी भी आक्रोश अथवा व्यंग्य में प्रश्न नहीं पूछा था.आपको ठेस लगी इसका खेद है.मैंने तो यूँ ही लिख दिया था कि उनके initial भी बताएं उसका और कोई मतलब नहीं था.कृपया अन्यथा न लें और न ही आप कोई क्षमा कहने की आवश्यकता है.वो तो व्यंग्य है और उसका बुरा मानने का सवाल ही कोई नहीं है.मैं आप का ब्लौग नियमित देखता रहूँगा मैं कोई बात किसी को भी व्यक्तिगत ठेस पहुंचाने की लिखता ही नहीं हूँ.अतः आप निश्चिन्त रहें और जैसे लिख रहे हैं वैसे ही लिखते रहें.<br />शुभ कामनाओं सहित <br />विजयvijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-64132972314150041942010-10-07T16:47:11.639+05:302010-10-07T16:47:11.639+05:30विजय माथुर साहब ! सर्वप्रथम आपका शुक्रिया अदा करूँ...विजय माथुर साहब ! सर्वप्रथम आपका शुक्रिया अदा करूँगा कि आप मेरे ब्लॉग पर पधारे ! माथुर साहब, आपने एक प्रश्न किया था और उसमे छुपे आपके आक्रोस/पीड़ा को भी भली प्रकार से समझता हूँ , और सच कहूँ तो उस व्यंग्य को लिखते वक्त एक अलग किस्म के मानसिक दबाव से भी गुजरा कि किसी ख़ास नाम/जाति विशेष पर लेख को उद्घृत/ केन्द्रित करना उचित है अथवा नहीं ! मगर, आपको यह बताते दुःख है कि मैंने उस दिन अयोध्या फैसले पर एक छोटा सा लेख लिखा था, जिस पर एक ब्लोगर माथुर साहब ने बड़ी बेदर्द टिपण्णी कर मेरे दिल को ठेस पहुंचाई थी , जबकि मैंने उस लेख में कुछ भी भड़काऊ अथवा गलत नहीं लिखा था सिर्फ तथ्यों के साथ लोगो से अमन चैन की अपील की थी ! बस, वही टिपण्णी उस लेख की वजह बनी ! फिलहाल मैंने लेख और टिपण्णी दोनों सहेज कर रखे है, यहाँ पोस्ट करना भी उचित नहीं समझता ! उससे आपको अगर कोई कष्ट पहुंचा हो , उसके लिए आपसे तहेदिल से क्षमा माँगता हूँ !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-91825261335409537472010-10-06T19:50:01.414+05:302010-10-06T19:50:01.414+05:30ASHISHJi,
Aapney thik pahchana aur mujhey samman ...ASHISHJi,<br /> Aapney thik pahchana aur mujhey samman diya uskey liye dhanyawad.Aapka drishtikon bilkul sahi hai.<br /> <br /><br /> Diviyaji,Arvindji,Sanjayji,shekharji-aap sabhi ko dhanyawad.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-59638277103155683112010-10-06T19:37:05.044+05:302010-10-06T19:37:05.044+05:30बाऊ जी,
नमस्ते!
अगर मेरी समझ सही इशारा कर रही है त...बाऊ जी,<br />नमस्ते!<br />अगर मेरी समझ सही इशारा कर रही है तो आप यशवंत के पिताजी हैं!<br />यशवंत आप अच्छा है, इसलिए उसे दूसरे भी अच्छे लगते हैं!<br />इश्वर करे के आपका नाम और रोशन करे! आंटी को सादर चरण स्पर्श!<br />अब बात करें आपकी पोस्ट की, तो बाउजी.....<br />ये समाजवाद और पूंजीवाद का वैचारिक संघर्ष है!<br />बहस हो सकती है बहुत, पर ना कोई निष्कर्ष है!<br />कर भला हो भला, ले किसी का जो दुःख मिला!<br />हमारे जैसों को तो इसी में हर्ष है!<br />जय हो!<br />आशीषसूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-63823281391495456422010-10-06T18:42:44.349+05:302010-10-06T18:42:44.349+05:30sochne ka wishay hai....sochne ka wishay hai....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-5418695527129109992010-10-06T15:38:00.379+05:302010-10-06T15:38:00.379+05:30विचारणीय लेख के लिए बधाईविचारणीय लेख के लिए बधाईसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-37074471031488038692010-10-06T15:37:24.608+05:302010-10-06T15:37:24.608+05:30ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रि...ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-81857958668380405272010-10-06T12:37:57.457+05:302010-10-06T12:37:57.457+05:30स्वार्थी और असंवेदनशील समाज, खुद तो पनप रहा है, ले...स्वार्थी और असंवेदनशील समाज, खुद तो पनप रहा है, लेकिन गरीबों की कोई सुनवाई नहीं।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-68662203706730157352010-10-05T12:53:47.198+05:302010-10-05T12:53:47.198+05:30vicharniya prasn...aapne sahi muddaa uthaayaa hai....vicharniya prasn...aapne sahi muddaa uthaayaa hai.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.com