tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post4202476832338882314..comments2024-02-11T08:46:41.916+05:30Comments on क्रांति स्वर: महाभारत क्यों होता?vijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-58060329838464682952011-02-02T07:49:04.359+05:302011-02-02T07:49:04.359+05:30हर पंक्ति को कड़ी की तरह पिरोया है आपने बहुत सुंदरहर पंक्ति को कड़ी की तरह पिरोया है आपने बहुत सुंदर डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-65204836138746707162011-01-31T21:51:03.651+05:302011-01-31T21:51:03.651+05:30होते न जन्मांध धृतराष्ट्र ,
तो यह महाभारत क्यों ह...होते न जन्मांध धृतराष्ट्र ,<br /> तो यह महाभारत क्यों होता?<br /><br />महाभारत घटित होने के लिए शायद एक धृतराष्ट्र का होना आवश्यक है। लगता है यह बात हर युग में लागू होती है।<br /><br />कविता का ओजस्वी स्वर स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-35608083355189265462011-01-31T19:56:53.963+05:302011-01-31T19:56:53.963+05:30यह विधाता का लिखा महानाट्य था.. इसकी पटकथा बिल्कुल...यह विधाता का लिखा महानाट्य था.. इसकी पटकथा बिल्कुल वैसी ही हिती है जैसी उसने लिख रखी है.. बस वही होना था, वही हुआ!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-79404680959820118722011-01-31T19:10:17.420+05:302011-01-31T19:10:17.420+05:30होता न यदि यह महाभारत,
तो यह गीता का उपदेश क्यों ...होता न यदि यह महाभारत,<br /> तो यह गीता का उपदेश क्यों होता?<br /><br />यह बात तो सही है ।<br />वैसे महाभारत को आज भी नकारात्मक रूप में ही लिया जाता है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-44543384510282532772011-01-31T19:08:53.338+05:302011-01-31T19:08:53.338+05:30बढ़िया प्रस्तुति , इसलिए हर घटना एक नै घटना की कड़ी...बढ़िया प्रस्तुति , इसलिए हर घटना एक नै घटना की कड़ी है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com