tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post5445529011567801669..comments2024-02-11T08:46:41.916+05:30Comments on क्रांति स्वर: वैज्ञानिक प्रगति ?/बढ़ता ढोंगvijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-78756908434744572752011-12-06T16:35:52.941+05:302011-12-06T16:35:52.941+05:30सच तो सामने आना ही चाहिए फिर जो भी हो जिसका भी हो ...सच तो सामने आना ही चाहिए फिर जो भी हो जिसका भी हो ... सार्थक प्रयास है आपका ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-42233132676093818982011-12-05T22:52:33.487+05:302011-12-05T22:52:33.487+05:30मैं गुरु घंटाल को सही नहीं मान रही हूँ ये मैंने पह...मैं गुरु घंटाल को सही नहीं मान रही हूँ ये मैंने पहले भी लिखा है और न पत्रकार के बचाव की सोच है, न ही एक विषय में दो तरह से सोच रही हूँ..... बस इस बात का दुःख होता है और एक सोची समझी चाल लगता है की ऐसे पाखंडी लोगों के साथ बरसों रहकर बाद में उनके गुरु के चेले मुंह क्यों खोलते हैं..... ? उन्हें भगवान का दर्जा दिलवाने में इन चेलों की भूमिका भी कम नहीं होती ..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-15020568037322456222011-12-05T22:40:22.254+05:302011-12-05T22:40:22.254+05:30इन ढोंगी बाबा , साधु , भगवान आदि से दूर रहना ही सह...इन ढोंगी बाबा , साधु , भगवान आदि से दूर रहना ही सही है । आखिर कोई मनुष्य भगवान कैसे हो सकता है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-50720832291734178412011-12-05T15:55:48.365+05:302011-12-05T15:55:48.365+05:30आज कल सब तरफ यही हाल है.. आपकी मुहिम सच में बहुत प...आज कल सब तरफ यही हाल है.. आपकी मुहिम सच में बहुत प्रेरक है।Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-21224858092791243972011-12-05T10:07:38.982+05:302011-12-05T10:07:38.982+05:30डॉ मोनिका शर्मा जी -धन्यवाद आपकी असहमति के लिए । अ...डॉ मोनिका शर्मा जी -धन्यवाद आपकी असहमति के लिए । अपने पत्रकार भाई का बचाव करना आपका प्रोफेशनल धर्म भी है। <br />मै आपको याद दिलाना चाहता हूँ कि,इससे मिलते-जुलते मामले मे विधायक की हत्या करने वाली शिक्षिका-रूपंम के समर्थन मे आपने एक पोस्ट लिखी थी और मैंने उसका लिंक अपने उस लेख मे लगाया है जिसका लिंक "यदि पत्रकार साहब की खोज सही है"के साथ दिया है। अब एक जैसे मामले मे आपने दृष्टिकोण बादल लिया है। मेरा इसमे भी वही दृष्टिकोण है। <br />'लाल-बाल-पाल'कहा करते थे कि,छल और बल से स्थापित ब्रिटिश-साम्राज्य का उन्मूलन भी छल और बल से ही किया जा सकता है और यही प्रयास किया कोमल गुप्ता ने। जैसे साधू उसके गुरु थे वैसी ही साध्वी वह फिर केवल उसे ही दोष क्यों?क्यों नहीं गुरु घनटाल ही असली मुलजिम?vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-80285026253909070492011-12-05T09:48:46.551+05:302011-12-05T09:48:46.551+05:30एक-से-एक ढोंगी आ गए हैं इस क्षेत्र में। यह व्यवसाय...एक-से-एक ढोंगी आ गए हैं इस क्षेत्र में। यह व्यवसाय आजकल खूब फाल-फूल भी रहा है। हां, बीच-बीच में एकाध बेनकाब भी हो रहे हैं, पर जितना होना चाहिए उसके लिहाज से बहुत कम। <br />ऐसे में आपकी मुहिम सच में बहुत प्रेरक है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-34115676859344996192011-12-05T05:38:04.068+05:302011-12-05T05:38:04.068+05:30" पहले तो उनका दबाव था कि स्वामी जी अपना उत्त..." पहले तो उनका दबाव था कि स्वामी जी अपना उत्तराधिकारी उन्हें घोषित करें। उत्तराधिकारी भी सिर्फ आश्रम या स्कूल कालेज का ही नही बल्कि राजनीतिक उत्तराधिकारी भी बनना चाहतीं थीं। उन्होंने चुनाव लड़ने की इच्छा भी चिन्मयानंद से जाहिर की। इस पर स्वामी जी भड़क गए। उन्हें लगा कि ये साध्वी अब उन पर हावी होने की कोशिश कर रही है, लिहाजा उन्होंने जमकर फटकार लगा दी"---यह कथन है टी वी चेनल के एक वरिष्ठ पत्रकार साहब का अपने ब्लाग मे । <br /><br />आज आपसे थोड़ी असहमति है क्योंकि मुझे यह बात सही लग रही है ... क्योंकि साध्वीजी को इतने बरसों बाद ख्याल क्यों आया की उनका शोषण हो रहा है ... साथ ही स्वामीजी तो गलत हैं ही ये मैं भी मानती हूँ इतनी धन सम्पदा उन्होंने एक साधु सन्यासी होकर जुटा रखी है ....पर साध्वी जी भी दुनिया का मोह त्याग दीक्षा ले चुकी हैं उन्हें ये विरासत क्यों चाहिए .... ? डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com