tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post7150395694430072732..comments2024-02-11T08:46:41.916+05:30Comments on क्रांति स्वर: श्रीमद भागवत -"नयी रोशनी में"vijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-780083704785536092011-02-16T13:55:23.269+05:302011-02-16T13:55:23.269+05:30bahut sundar aur ukatipurn bichar achchhe lage. ba...bahut sundar aur ukatipurn bichar achchhe lage. badhai ho.G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-78624822383811512042011-02-16T11:45:43.905+05:302011-02-16T11:45:43.905+05:30कुंवर कुसुमेश जी ,सलिल वर्मा जी,महेंद्र वर्मा जी आ...कुंवर कुसुमेश जी ,सलिल वर्मा जी,महेंद्र वर्मा जी आप लोगों ने मेरे प्रस्तुतीकरण को उचित ठहराया -मैं ह्रदय से आप लोगों का आभारी हूँ.ज्ञान प्राप्ति की आप की अवधारणा से मैं पूर्ण सहमत हूँ इसी लिए ज्ञानी जनों के विचार जन-हित में सार्वजनिक करना मैंने अपना नैतिक दायित्व समझा .<br />'विद्रोही स्व-स्वर में 'को हिंदुस्तान में स्थान देकर रवीश कुमार जी ने तथा ब्लाग पर आकर आदरणीय डॉ.डंडा लखनवी जी ने मुझे प्रोत्साहित किया ,उनका भी आभारी हूँ.<br />'रावन वध एक पूर्व निर्धारित योजना'मेरठ कालेज पत्रिका में तो लघु रूप में स्थान पा सका था परन्तु साप्ताहिक हिन्दुस्तान,धरम युग,सारिका,सरिता,सब ने लौटा दिया था.'नयी दुनिया'के रविवारीय अंक में छपने का डॉ.राजेन्द्र माथुर का रिमार्क होने के बावजूद वहां से भी लौट आया था.इस ब्लाग पर आप विद्व-जनों ने उसकी भी उपयुक्तता स्वीकार की.धन्यवाद.साथ-साथ मेरा आप सब से विनम्र निवेदन है कि आपने यदि इन विचारों को उचित समझा है तो अपने-अपने स्तर पर,अपने तरीके से लोगों को समझाने का प्रयत्न करें जिससे आम जन को पाखण्ड एवं ढोंग में उलझने से बचाया जा सके. इसी ढोंग -पाखण्ड ने हमारे देश को अतीत में ११००-१२०० वर्षों तक गुलामी झेलने को बाध्य किया था.एक शताब्दी के बाद सतत संघर्षों द्वारा प्राप्त राजनीतिक आजादी को बचाना एक नागरिक के नाते हम सभी का दायित्व है.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-59224078130411503212011-02-16T00:37:42.490+05:302011-02-16T00:37:42.490+05:30श्री मद्भागवत और अन्य पौराणिक शब्दों की सटीक और तर...श्री मद्भागवत और अन्य पौराणिक शब्दों की सटीक और तर्कयुक्त व्याख्या पढ़ने को मिली। तर्कयुक्त ज्ञान कहीं से भी मिले, ग्रहण करना उचित ही है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-35788588752696811372011-02-15T21:38:24.350+05:302011-02-15T21:38:24.350+05:30माथुर साहब, आप सचमुच सम्मान के योग्य हैं..आपके लेख...माथुर साहब, आप सचमुच सम्मान के योग्य हैं..आपके लेख पढने के बाद लगता है कि बहुत कुछ छूट गया पढने से, बाकी रह गया.. ज्ञान तो वैसे भी एक अनंत यात्रा है.. टिप्पणियाँ करना तो बस एक उपस्थिति दर्ज़ करने भर है..वर्ना आपके लेखों पर टिप्पणी करना सामर्थ्य के बाहर है मेरे!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-66178395640204939072011-02-15T12:18:16.031+05:302011-02-15T12:18:16.031+05:30रुचिकर तथा ज्ञानवर्धक पौराणिक चर्चा पढ़कर मन आह्ला...रुचिकर तथा ज्ञानवर्धक पौराणिक चर्चा पढ़कर मन आह्लादित हुआ.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.com