tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post28696927198246882..comments2024-02-11T08:46:41.916+05:30Comments on क्रांति स्वर: मानव क्या है ?vijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-89171221025695266122010-12-20T19:12:17.099+05:302010-12-20T19:12:17.099+05:30पारंपरिक ग्रंथों से द्रष्टान्त एवं सन्दर्भ द्वारा ...पारंपरिक ग्रंथों से द्रष्टान्त एवं सन्दर्भ द्वारा एक अत्यंत सामयिक दर्शन प्रस्तुत किया है आपने. दुःख इसी बात का है कि लोग सच्ची निधि की पहचान नहीं रखते और माया के पीछे भागते हैं.चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-54405137970450720882010-12-19T23:18:22.714+05:302010-12-19T23:18:22.714+05:30एक सार्थक आलेख। बहुत सी बातें सीखने को मिली।एक सार्थक आलेख। बहुत सी बातें सीखने को मिली।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1750404937191332592.post-32840040527557370922010-12-19T18:31:48.110+05:302010-12-19T18:31:48.110+05:30बहुत सार्थक विषय पर आपने लेख लिखा है।
आपके विचार म...बहुत सार्थक विषय पर आपने लेख लिखा है।<br />आपके विचार मानवमात्र के लिए मननीय और अनुकरणीय है।<br />चेतना के स्तर पर मनुष्य सर्वश्रेष्ठ प्राणी है। प्रत्येक मनुष्य को चाहिए कि वह इस मानवतन का लाभ उठाए। भौतिकवादी जीवन जीने वाले पुनः निम्नतर योनियों में जन्म लेंगे जबकि सात्विक जीवन जीने और परमात्मा के प्रति श्रद्धा रखने वाले मोक्षमार्ग की ओर अग्रसर होते हैं।<br />...शुभकामनाएं।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.com