प्रथम आम चुनावों के बाद भारतीय संसद मे भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी मुख्य विपक्षी दल थी। किन्तु उत्तरी भारत मे किसान-मजदूर आंदोलनों के कमजोर पड़ने से पार्टी भी कमजोर पड़ गई। आम लोगों की रहनुमा पार्टी के कमजोर पड़ने का परिणाम यह रहा कि मंहगाई और भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया और आम जनता का जीना दूभर हो गया। 2012 के विधान सभा चुनावों मे भाकपा ने चार अन्य दलों से मिल कर एक मोर्चा बना लिया है और बड़ी गंभीरता से चुनावों मे उतर रही है। भाकपा द्वारा जारी बयान से यह बात बिलकुल स्पष्ट हो जाती है-
भकपा गरीब किसानों -मजदूरों की पार्टी है जो आम जनता के हितों के लिए बराबर संघर्स करती रही है और कभी भी उद्योगपतियों एवं कारपोरेट घरानों के आगे हाथ नहीं फैलाती है। पार्टी के सदस्य ,सहयोगी और समर्थक ही पार्टी को आर्थिक सहयोग प्रदान करते हैं अतः पार्टी आम जनता से भी आर्थिक सहयोग की अपील करती है।धनराशि भेजने के लिए पार्टी के साथी एवं सहयोगी उसे सीधे यूनियन बैंक आफ इंडिया, क्लार्कस अवध शाखा लखनऊ के खाता संख्या 353302010017252 में जमा कर सकते हैं अथवा आरटीजीएस अथवा एनईएफटी के जरिये इस खाते में जमा करने के लिए अपने बैंक में आवेदन कर सकते हैं। आरटीजीएस/एनईएफटी के लिए खाता संख्या यही रहेगा, खाते के नाम की जगह ”कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया, यू. पी. स्टेट कौंसिल“ तथा पता 22 - कैसरबाग, लखनऊ लिखे तथा बैंक के आईएफएससी कोड UBIN0535338 का जिक्र करें।
हस्ताक्षर------
लखनऊ 18 जनवरी 2012। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने विधान सभा चुनाव हेतु अपने प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी। इस सूची में भाकपा ने 9 प्रत्याशी घोषित किये हैं। इस तरह भाकपा ने अब तक कुल 53 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार दिये हैं।
सूची जारी करते हुये राज्य सचिव डा. गिरीश ने बताया कि संवेदनशील, संघर्षशील एवं सशक्त वामपंथी विकल्प के निर्माण में अगुवा भूमिका निभा रही भाकपा किसान-मजदूरों और आम आदमी के ज्वलंत सवालों पर चुनाव अभियान चला रही है। भाकपा ने भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की जमीनों के जबरिया अधिग्रहण और गरीबों के लिये चल रही विभिन्न सरकारी योजनाओं में लूट खसोट को उजागर कर पूंजीवादी पार्टियों, जातिवादी और साम्प्रदायिक शक्तियों को बेनकाब करने का बीड़ा उठाया है। भाकपा को इस अभियान में आम जनता का व्यापक सहयोग और समर्थन मिल रहा है।
आज जारी सूची निम्न प्रकार है -
1 - बाराबंकी योगेन्द्र सिंह
2 - निजामाबाद राम सूरत यादव
3 - बरहज काशी नाथ कुशवाहा
4 - बांदा सौंखी लाल
5 - संडीला गंगा राम एडवोकेट
6 - मलिहाबाद महेन्द्र रावत
7 - कोल राजेन्द्र कुमार माहेश्वरी
8 - बेहट धर्म सिंह
9 - शाहजहांपुर मोहम्मद सलीम
सूची जारी करते हुये राज्य सचिव डा. गिरीश ने बताया कि संवेदनशील, संघर्षशील एवं सशक्त वामपंथी विकल्प के निर्माण में अगुवा भूमिका निभा रही भाकपा किसान-मजदूरों और आम आदमी के ज्वलंत सवालों पर चुनाव अभियान चला रही है। भाकपा ने भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की जमीनों के जबरिया अधिग्रहण और गरीबों के लिये चल रही विभिन्न सरकारी योजनाओं में लूट खसोट को उजागर कर पूंजीवादी पार्टियों, जातिवादी और साम्प्रदायिक शक्तियों को बेनकाब करने का बीड़ा उठाया है। भाकपा को इस अभियान में आम जनता का व्यापक सहयोग और समर्थन मिल रहा है।
आज जारी सूची निम्न प्रकार है -
1 - बाराबंकी योगेन्द्र सिंह
2 - निजामाबाद राम सूरत यादव
3 - बरहज काशी नाथ कुशवाहा
4 - बांदा सौंखी लाल
5 - संडीला गंगा राम एडवोकेट
6 - मलिहाबाद महेन्द्र रावत
7 - कोल राजेन्द्र कुमार माहेश्वरी
8 - बेहट धर्म सिंह
9 - शाहजहांपुर मोहम्मद सलीम
आर्थिक सहयोग की अपील-
हस्ताक्षर------
(डा. गिरीश)
राज्य सचिव
राज्य सचिव
लखनऊ मे भाकपा प्रत्याशी -
लखनऊ जिले की मलीहाबाद (सु) सीट से भकपा प्रत्याशी कामरेड महेंद्र रावत एक कर्मठ कार्यकर्ता हैं। इससे पूर्व के कई चुनावों मे वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे महोना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार पार्टी के आदेश पर वह मलीहाबाद क्षेत्र से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के रूप मे चुनाव लड़ रहे हैं। इस क्षेत्र से पहले भी पार्टी प्रत्याशी की जीत हो चुकी है। पूरी लखनऊ जिला पार्टी अपनी इस पुरानी सीट को वापिस जीतने हेतु कामरेड महेंद्र रावत के लिए तहे दिल से जुट गई है। नामांकन प्रक्रिया के बाद चुनाव अभियान बाकायदा चलाया जाएगा किन्तु क्षेत्रीय जनता की ओर से पार्टी प्रत्याशी को व्यापक समर्थन अभी से मिलना शुरू हो गया है। लखनऊ जिले ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश के लिए इस सीट पर पार्टी प्रत्याशी की जीत का व्यापक प्रभाव पड़ेगा। हम कामरेड महेंद्र रावत और सभी पार्टी प्रत्याशियों की जीत की मंगलकामना करते हैं।
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