क्योंकि अडानी के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में केस चलाने वालों में सांसद महुआ मोइत्रा भी थीं,इसलिए इनको जलील करने का षड्यंत्र रचा गया है।
राहुल गांधी को उनके चुनाव भाषण के लिए और संजय सिंह को आबकारी नीति मामले में घसीटा गया था जबकि महुआ जी को अडानी की पोल खोलने के कारण ।
टी एम सी के साथी सांसद ही नहीं बंगाल की पूरी जनता महुआ जी के समर्थन में खड़ी होगी। बंगाल के आंदोलन को ब्रिटिश सरकार भी नहीं सम्हाल पाई थी और बंगाल के विभाजन को रद्द करना पड़ा था जबकि बंगाल के आंदोलन ने ही पाकिस्तान को विभाजित कर दिया था।
महुआ मोइत्रा के विरुद्ध करवाई सरकार को बहुत मंहगी पड़ने वाली है।
दीदी ओ दीदी के नारे लगाने की वजह से बंगाल की जनता ने उस पार्टी को बुरी तरह से हरा कर टी एम सी को पुनः सत्तारूढ़ किया था। अब टी एम सी सांसद महुआ मोइत्रा पर नवरात्र में चरित्र हनन द्वारा हमला किया गया है । बंगाल जहां दुर्गा पूजा,लक्ष्मी पूजा और काली पूजा के त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाए जाते हैं वहाँ की जनता निश्चय ही अपने जन - प्रिय सांसद के साथ खड़ी होगी ।
जितना ज्यादा महुआ मोइत्रा का उत्पीड़न होगा उतनी ही स्थिति मोदी और उनकी सरकार की कमजोर होती जाएगी। ग्रह - नक्षत्रों की स्थिति मोदी और उनकी पार्टी के प्रतिकूल चल रही है ,ऐसी स्थिति में महिला होने के कारण ' शुक्र ' ग्रह महुआ मोइत्रा को प्रबल लाभ पहुंचाएगा और आने वाले लोकसभा चुनावों में केंद्र की सत्तारूढ़ सरकार और पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।
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