आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर आपने उपरोक्त Zero पर गाना सुना जिस Zero पर स्वामी जी ने शिकागो के सर्व-धर्म सम्मेलन मे उद्बोधन किया था और विश्व मे अमर हो गए। उनके विचारों पर गत वर्ष मैंने यह लिखा था जो आज भी उतना ही चस्पा होता है ,पुनः देख सकते हैं-
http://krantiswar.blogspot.com/2011/01/blog-post_12.html
स्वामी विवेकानंद ने विशेषकर युवाओं के उत्थान पर अत्यधिक बल दिया था,इत्तिफ़ाक से 12 जनवरी को ही 'राष्ट्रीय युवा दिवस' भी घोषित किया गया है जो स्वामी जी का जन्मदिवस भी है। उन्होने भारतीय युवकों से कहा था-'उठो जागो और महान बनो ' - यह नारा आज भी युवकों के लिए उतना ही दुरुस्त है जितना तब था। युवकों का दायित्व है कि वे स्वामी जी के सपनों का वह भारत बनाएँ जिसमे हर निर्धन की झोंपड़ी मे खुशियों के दीप जल सकें।
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