Thursday, April 12, 2012

धन , धर्म और तानाशाही




Hindustan-Lucknow--08/02/2012
Hindustan-Lucknow-28/03/2012

Hindustan-Lucknow-28/03/2012 
ऊपर जो स्कैन कापियाँ आप देख रहे हैं उन से स्पष्ट होता है कि 'धन' की ललक मे देश की सुरक्षा का भी ख्याल नहीं किया जा रहा है। असंख्य क्रांतिकारियों एवं देश भक्तों के अपना जीवन बलिदान करने के बाद हमे यह आजादी मिली है। लेकिन आज अपने निजी एशों -आराम के लिए कुछ लोग देश की सुरक्षा से भी खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे हैं। आजादी की कीमत को भुला दिया गया है।सेना के कमजोर होने और सेना व सरकार मे मतभेद होने की खबरें तब तक छापी और दिखाई जाती रहीं जब तक अदालती रोक नहीं लग गई।

फेस बुक पर प्रचारित चित्र (साभार )





CIA एजेन्टों को पहचाने -


एक बार पुनः!

अन्ना-टीम को किसने भारत की जनता के प्रतिनिधित्व का अधिकार दिया है और इस महा-भ्रष्ट टीम का क्या अधिकार-क्षेत्र है कि यह प्रधान-मंत्री से उत्तर मांगे!!!

प्रधान-मंत्री से उत्तर माँगने का अधिकार संसद का है!

अन्ना-टीम लगातार संसद के अधिकार-क्षेत्र की अवमानना और संसद का अपमान कर रही है. भारत की जनता कब तक CIA के इन एजेंटों को झेलेगी !!!!
अन्ना के पीछे नहीं भागें तो किसके पीछे भागें-जैसे बयान देने वाले देशद्रोही इस जानकारी पर क्या कहना चाहेंगे?


सुरक्षा-एजेंसिओं (सेना) और जांच-एजेंसिओं (CBI) पर लगातार अन्ना-टीम के द्वारा भ्रष्टाचार, पक्षपात और अक्षमता के आरोप किसी बड़ी साज़िश का हिस्सा तो हैं ही, इन्हें लोकपाल के दायरे में लाकर एक निरंकुश लोकपाल, जो संसद और उच्चतम न्यायालय के भी ऊपर और पकड़ से बाहर हो, के आधीन करवाले का षड्यंत्र भी है ताकि तानाशाह विदेशी ताक़तों, जिनका पैसा इस अन्ना-टीम को मिल रहा है, के हित पूरे होते रहें.




अन्ना भक्त क्या जवाब देंगे?


जांच-एजेंसिओं को बार-बार अन्ना-टीम अक्षम, भ्रष्ट और पक्षपातपूर्ण कह रही है !

यह जांच-एजेंसिओं को हतोत्साहित करना ही नहीं, उनको बनानेवाली संसद पर आरोप है और भारतीय व्यवस्था-तंत्र को घटिया माननेवाली अमेरिकी मानसिकता का प्रचार है!!

अन्ना-टीम भारत-विरोधी अमेरिकी प्रचार-तंत्र का अंग है!!!


अन्ना हज़ारे के मौसेरे भाई रामदेव उनके साथ मिल कर वर्तमान सेनाध्यक्ष का भी नाम अभी से ही अपने साथ घसीट रहे हैं जैसा की नीचे दिये समाचार के स्कैन कापी से स्पष्ट है। ऐसा भी कहा जा चुका है कि सेनाध्यक्ष महोदय ने भाजपा के टिकट पर राज्य सभा की सदस्यता प्राप्त करने के लिए इस प्रकार भूमिका बांधी थी। अन्ना टीम के एक अहम सदस्य प्रशांत भूषण ने काश्मीर के संबंध मे जो विवादित बयान दिया था उस पर एक जागरूक फेसबुक विद्वान की प्रतिक्रिया देखें इस समाचार के नीचे।




हिंदुस्तान,लखनऊ,06 अप्रैल 2012 


सम्पूर्ण अन्ना टीम की घोर निंदा की जानी चाहिए,प्रत्येक देश भक्त का यही कर्तव्य है। अन्ना के पीछे भागने वाले देशद्रोही हैं।

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About 100's Soldiers, Hindustan is Losing Every Year For Saving the Kashmir ..
And People Like Prashant Bhusan are commenting For the "Azad OF Kashmir"

● Don't You Think It is Hurting the Our Army Who are Standing Such Strong Cold for Saving the Kashmir for the Hindustan, ??

● Don't You Think It is Hurting Mother and Father and Family of the Army ??

● Don't You Think its a Insult to The Freedom Fighter who Fought for the Unity of the Nation ??

Being A Hindustani We Really Feels SHAME THAT WE SUPPORTED SUCH PEOPLE .. :((
We can't Even Speak Against This...
***********IF YOU AR AGREE WITH THIS THEN AT-LEST RAISE YOUR VOICE NOW ITS NOW OR NEVER *********

JO HAI WAH KAM NAHI JO NAHI WSKA GUM NAHI
 ·  ·  · 4 hours ago


इस प्रकार स्पष्ट है कि धर्म  और नैतिकता का दुरुपयोग करते हुये भ्रष्टाचार दूर करने के नाम पर शोषकों,उतपीडकों और देशद्रोही तत्वों एवं विदेशी शक्तियों से साठ-गांठ करके जो लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं उनकी ज्यादा से ज्यादा पोल खोली जाए और जनता को सच्चाई समझाई जाये। जो लोग जान-बूझ कर अन्ना/रामदेव आदि का समर्थन कर रहे हैं उनके विरुद्ध DIR (भारत रक्षा कानून )के तहत सख्त कारवाई की जाए। धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार,शोषण एवं उत्पीड़न करने वालों के विरुद्ध कानूनी कारवाई भी की जाएँ और उनके विरुद्ध जनता को भी लाम बंद किया जाये यही 'धर्म' और 'समय ' की पुकार है। इसके लिए पहले धन और धनिकों की पूजा बंद करनी होगी अन्यथा अर्द्ध सैनिक तानाशाही स्थापित करने की तमन्ना रखने वाले संसदीय लोकतन्त्र को नष्ट करने हेतु 'राजनीति' एवं 'राजनेताओं' के विरुद्ध थोथा अभियान चला कर कामयाब हो जाएँगे।