Hindustan-Lucknow--08/02/2012 |
Hindustan-Lucknow-28/03/2012 |
Hindustan-Lucknow-28/03/2012 |
फेस बुक पर प्रचारित चित्र (साभार ) |
एक बार पुनः!
अन्ना-टीम को किसने भारत की जनता के प्रतिनिधित्व का अधिकार दिया है और इस महा-भ्रष्ट टीम का क्या अधिकार-क्षेत्र है कि यह प्रधान-मंत्री से उत्तर मांगे!!!
प्रधान-मंत्री से उत्तर माँगने का अधिकार संसद का है!
अन्ना-टीम लगातार संसद के अधिकार-क्षेत्र की अवमानना और संसद का अपमान कर रही है. भारत की जनता कब तक CIA के इन एजेंटों को झेलेगी !!!!
अन्ना-टीम को किसने भारत की जनता के प्रतिनिधित्व का अधिकार दिया है और इस महा-भ्रष्ट टीम का क्या अधिकार-क्षेत्र है कि यह प्रधान-मंत्री से उत्तर मांगे!!!
प्रधान-मंत्री से उत्तर माँगने का अधिकार संसद का है!
अन्ना-टीम लगातार संसद के अधिकार-क्षेत्र की अवमानना और संसद का अपमान कर रही है. भारत की जनता कब तक CIA के इन एजेंटों को झेलेगी !!!!
जांच-एजेंसिओं को बार-बार अन्ना-टीम अक्षम, भ्रष्ट और पक्षपातपूर्ण कह रही है !
यह जांच-एजेंसिओं को हतोत्साहित करना ही नहीं, उनको बनानेवाली संसद पर आरोप है और भारतीय व्यवस्था-तंत्र को घटिया माननेवाली अमेरिकी मानसिकता का प्रचार है!!
अन्ना-टीम भारत-विरोधी अमेरिकी प्रचार-तंत्र का अंग है!!!
यह जांच-एजेंसिओं को हतोत्साहित करना ही नहीं, उनको बनानेवाली संसद पर आरोप है और भारतीय व्यवस्था-तंत्र को घटिया माननेवाली अमेरिकी मानसिकता का प्रचार है!!
अन्ना-टीम भारत-विरोधी अमेरिकी प्रचार-तंत्र का अंग है!!!
अन्ना हज़ारे के मौसेरे भाई रामदेव उनके साथ मिल कर वर्तमान सेनाध्यक्ष का भी नाम अभी से ही अपने साथ घसीट रहे हैं जैसा की नीचे दिये समाचार के स्कैन कापी से स्पष्ट है। ऐसा भी कहा जा चुका है कि सेनाध्यक्ष महोदय ने भाजपा के टिकट पर राज्य सभा की सदस्यता प्राप्त करने के लिए इस प्रकार भूमिका बांधी थी। अन्ना टीम के एक अहम सदस्य प्रशांत भूषण ने काश्मीर के संबंध मे जो विवादित बयान दिया था उस पर एक जागरूक फेसबुक विद्वान की प्रतिक्रिया देखें इस समाचार के नीचे।
हिंदुस्तान,लखनऊ,06 अप्रैल 2012 |
इस प्रकार स्पष्ट है कि धर्म और नैतिकता का दुरुपयोग करते हुये भ्रष्टाचार दूर करने के नाम पर शोषकों,उतपीडकों और देशद्रोही तत्वों एवं विदेशी शक्तियों से साठ-गांठ करके जो लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं उनकी ज्यादा से ज्यादा पोल खोली जाए और जनता को सच्चाई समझाई जाये। जो लोग जान-बूझ कर अन्ना/रामदेव आदि का समर्थन कर रहे हैं उनके विरुद्ध DIR (भारत रक्षा कानून )के तहत सख्त कारवाई की जाए। धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार,शोषण एवं उत्पीड़न करने वालों के विरुद्ध कानूनी कारवाई भी की जाएँ और उनके विरुद्ध जनता को भी लाम बंद किया जाये यही 'धर्म' और 'समय ' की पुकार है। इसके लिए पहले धन और धनिकों की पूजा बंद करनी होगी अन्यथा अर्द्ध सैनिक तानाशाही स्थापित करने की तमन्ना रखने वाले संसदीय लोकतन्त्र को नष्ट करने हेतु 'राजनीति' एवं 'राजनेताओं' के विरुद्ध थोथा अभियान चला कर कामयाब हो जाएँगे।