गत वर्ष शास्त्री जी की पुण्य-तिथि पर मैंने उनके प्रधान मंत्रित्व तक पहुँचने का विवेचन किया था-
http://krantiswar.blogspot.com/2011/01/blog-post_10.html
जैसा की आपने ऊपर के वीडीयो मे गाने मे देखा/ सुना हमारे देश के किसानों की खुशहाली ही समस्त देशवासियों के लिए खुशहाली होती है। शास्त्री जी ने 1965 के भारत पाक संघर्ष के दौरान अमरीकी PL -480 को ठुकरा कर एक वक्त उपवास की अपील की और जनता ने उसे सिर माथे पर लिया। उपरोक्त स्कैन मे उनकी ईमानदारी और कर्मठता का जो विवरण है वैसे ही नेताओं को यदि जनता आज भी चुने तो देश फिर खुशहाल हो सकता है।
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