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(सभी कटिंग्स हिंदुस्तान,लखनऊ,18 फरवरी 2012 से साभार) |
कल दिनांक 19 फरवरी 2012 को उत्तर प्रदेश विधानसभा हेतु मतदान होना है और अखबारी आशंकाओं के मुताबिक भ्रष्टाचार पर गर्जन-तर्जन करने वाला ड्राइंग हाल हीरो तबका घर मे बैठ कर गुलछर्रे उड़ाएगा एवं अपने कर्तव्य -मतदान का पालन नहीं करेगा। वास्तविकता का पता अखबारी दुनिया से ही 20 ता .की प्रातः चल जाएगा। इंटरनेटी मीडिया कल ही सच्चाई उजागर कर देगा। लखनऊ जिले मे मलीहाबाद (सु ) से कामरेड महेंद्र रावत और पड़ौसी जिले हरदोई की संडीला से कामरेड गंगा राम,एडवोकेट भाकपा के प्रत्याशी हैं। मलीहाबाद के प्रत्याशी के साथ प्रचार अभियान मे शामिल रहने के कई अवसर प्राप्त हुये। मलीहाबाद विधानसभा क्षेत्र सुरक्षित सीट वाला है ,यह ग्रामीण क्षेत्र है। मलीहाबाद,माल,रहीमाबाद,काकोरी आदि मे घने आम के बाग हैं। यह इलाका विश्व प्रसिद्ध 'मलीहाबादी आम' की पट्टी है। आम के निर्यात का लाभ व्यापारियों को होता है और आम ग्रामीण कृषि व आम के आर्थिक लाभ से वंचित ही है। ग्रामीण क्षेत्रों मे बिजली और पानी की काफी समस्याएँ हैं। लखीमपुर खीरी से एक बाघ भाग कर रहमान खेड़ा के जंगलों मे डेरा डाले हुये है जो जब तब गरीब किसानों के मवेशियों को शिकार बना रहा है। यहाँ के निवासियों मे भय व्याप्त है और वन विभाग के अधिकारी केवल बाघ पकड़ने के नाम पर सरकारी धन को लूटने मे लगे हुये हैं जनता की सुरक्षा से उन्हें कोई मतलब नहीं है। सत्तारूढ़ दल के विधायक जीत के प्रति सशंकित होने के कारण कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। भाकपा प्रत्याशी ने मीडिया के सहयोग से समस्या का निदान करवाने का प्रयास किया किन्तु मीडिया भाकपा की सही मांग पर भी कोई योगदान देने का संकेत नहीं दे रहा है।
जातियों के आधार पर जनता दलों के बीच विभाजित है ऐसे मे भाकपा प्रत्याशी द्वारा सभी वर्गों एवं जातियों के लोगों को उनकी समस्याओं के प्रति लामबंद करने का प्रयास सराहनीय रहा है। ग्रामीण जनता जागरूक है और सही बातों को समझती है। शहरी बुद्धिजीवी वर्ग की भूमिका अन्ना के भ्रष्ट आंदोलन पर सक्रियता की थी इस 'मतदान यज्ञ' मे वह क्या भूमिका अदा करता है यह देखने की बात है।
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