Monday, May 23, 2011

विवाह रेखा के संकेत

विवाह समाज में एक आवश्यक संस्कार है.लगभग सभी को इस विषय में कौतूहल रहता है कि उसका जीवन साथी कैसा होगा और उसका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा ?मेरे पास इस सम्बन्ध में दो प्रकार के मामले और आये हैं-एक तो पति-पत्नी के मध्य तलाक से बचने के जिनमें मैंने सकारात्मक मदद दी है और दुसरे जो पति या पत्नी को तलाक देने में सहयोग चाहते थे जिन्हें गलत जगह आये हैं कह कर मैं लौटा देता हूँ.आगरा में जी.जी.आई.सी.की एक शिक्षिका जो खुद तलाक नहीं चाहती थीं और उनके पति उस वक्त तलाक देने पर आमादा थे तथा उनको मेरे पास लाने वाली उनकी सगी चाची भी उनके अलगाव की इच्छुक थीं.मेरे द्वारा प्रस्तुत मन्त्र-स्तुतियों के माध्यम से एक सप्ताह में उनका सकारात्मक समाधान हो गया.बाद में उनकी दूसरी भी एक और बिटिया हुई और एक के बाद एक दो मकान भी  उन  दोनों  के बन गए ,अब कार भी उन्होंने ले ली है जिसकी सूचना गत वर्ष मेरे लखनऊ आने के बाद उन्होंने फोन पर दी थी.उनके दोनों मकानों के गृह -प्रवेश के हवन वहां मैंने ही करवाए थे.

हमारे पूर्वजों का कहना है ज्ञान जहाँ से भी मिले ग्रहण करना चाहिए और आज कल फारेन रिटर्न का एक बहुत बड़ा क्रेज चल रहा है ,इसलिए आज आपको 'कीरो' के दृष्टिकोण से इस विषय में अवगत करा रहे हैं.काउन्ट कीरो के बारे में परिचय पिछले अंक में दे चुके हैं उन्होंने सात वर्षों तक विभिन्न स्थानों (लड़के,लड़कियों के अलग-अलग तथा को-एजूकेशन के विद्द्यालय,थाने,चौराहे,स्टेशन वगैरह -वगैरह ) पर बूट-पालिश करके यह निष्कर्ष निकाला था कि जिस व्यक्ति (महिला/पुरुष) के बाएं पैर के जूते/चप्पल  की एडी ज्यादा घिसी हो वह सभ्य होता है चाहें पढ़ा-लिखा हो या नहीं और चाहे गरीब हो या अमीर.इसके विपरीत जिनके दायें पैरके जूते/चप्पल  की एडी ज्यादा घिसी हो चाहे जितना ज्यादा ओहदेदार हो,अमीर हो या पढ़ा लिखा हो या साधारण वह असभ्य होता है.सभी जानते हैं सभ्य वह होता है जो सभा में बैठने लायक हो.

इतने महान और अनुभवी विद्वान कीरो का कहना है कि यदि किसी की विवाह रेखा किसी द्वीप की तरह का आकार लेकर नीचे की ओर झुकते हुए ज़रा मुड गई हो तो समझें कि रोग,लम्बी शारीरिक पीड़ा या कोई बड़ी दुर्घटना ,इस व्यक्ति के दुसरे जीवन साथी का जीवन खतरे में डाल सकती है.उन्होंने अपने सस्मरणों में उल्लेख किया है कि जब वह पेरिस में थे तो एक दिन एक सुन्दर महिला उनसे आकर मिली जो वहां की प्रदेश असेम्बली की एक सदस्या थी और उसके पिता डी लेसेप्स  उन लोगों में से एक थे जिन्होंने कभी 'पनामा नहर' का निर्माण करवाया था उस महिला विधायक ने कीरो साहब से कहा कि कुछ समय पूर्व ही उसका विवाह हुआ है और उसका पति भी उसे उतना ही प्रेम करता है जितना कि वह खुद उससे.परन्तु फिर भी उसे मन में लगता है कि उसके  साथ कुछ बुरा घटने वाला है.वह अपने पति को बताये बगैर अपने और कीरो साहब के कामन मित्र  की सलाह पर हाथ दिखाने आयी थी. 

कीरो साहब उसका हाथ देख कर चिंतित और हैरान हुए कि थोड़े ही समय में उसके पति की किसी दुर्घटना में मृत्यु होने का योग था. परन्तु उन्हें उसे आगाह करना ही पडा ,वह उन्हें धन्यवाद कह कर चली गई.उसके पति को तेज रफ़्तार कार चलाने एवं जोखिम भरे खेलों में भाग लेने का शौक था.उसने अपने पति को सावधान किया अथवा नहीं,परन्तु चार माह बाद ही पेरिस व मेलुन के बीच तेज रफ़्तार से गाडी चलाते हुए एक सड़क दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई.

 विवाह की रेखा के किसी द्वीप की तरह का आकार लेकर नीचे झुकने का दूसरा उदाहरण कीरो साहब ने मिस्टर     स्टीड का दिया है जिनसे उन्होंने कहा था-"मुझे जल में डूबते हुए तुम्हारी मृत्यु दिखाई पड़ती है,जल से डरो" .इसके विपरीत उन्हें यह भय था कि लन्दन की किसी भीड़ भरी सड़क पर किसी दुर्घटना में वह मारे जायेंगें और उन्होंने कीरो की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया.वह 'टाईटेनिक' नामक दुर्भाग्यपूर्ण जहाज में यात्रा करते हुए उसी के साथ समुद्र में डूब कर मर गए.

दिलचस्प  उदाहरण-
कीरो साहब कहते हैं ,यदि विवाह की रेखा से कोई पतली रेखा निकल कर तीसरी उंगली के नीचे होने वाली 'सफलता की रेखा'(हम भारतीय इसे यश-रेखा कहते हैं) की और जाती हो तो समझें कि वह व्यक्ति अपार धन-सम्पदा व ख्याति अर्जित करेगा.वह यह भी बताते हैं -यदि विवाह की रेखा दो हिस्सों में बंट गई हो और उसकी एक शाखा सफलता की रेखा पर एक जाला-सा बनाती हो तो यह अनिष्ट का संकेत है-इस विवाह से अपयश मिलता है व सामाजिक प्रतिष्ठा में हानि प्राप्त होती है.

कीरो साहब ने लिखा है कि एक बहुत बड़े व्यापारी -पुत्र को हाथ देख कर जब उन्होंने आगाह किया तो उसने अहंकारपूर्वक कीरो साहब को उत्तर दिया-"कीरो,मेरे विचार से तुम एक दिलचस्प किस्म के ढोंगी आदमी हो.सच तो यह है कि दुनिया का सबसे खुशनसीब इंसान हूँ कि मुझे ऐसी अद्भुत लडकी मिली है....."और वह शख्स कीरो की बात पर ठहाका लगा कर खूब हंसा.परन्तु मुश्किल से तीन साल बीतते -बीतते उसने तलाक के लिए अर्जी भी दाखिल कर दी.बाद में उसके वैवाहिक जीवन से जुडी जब कई बातें सामने आईं तो लोग हैरत में पड़ गए.जिस महिला के साथ उसने विवाह किया था वह एक शराबघर में रिसेप्शनिस्ट थी.विवाह के बाद दोनों को शराब पीने की आदत लग गयी.उनके जीवन में उसके बाद एक के बाद एक नए दुःख आने लगे.आखिरकार उसकी पत्नी एक आवारा आदमी के चक्कर में पड़ कर उसके साथ कहीं लापता हो गयी,तब इन महाशय को तलाक की अर्जी लगानी पडी.

वस्तुतः किसी भी व्यक्ति के हाथ की रेखाएं उसकी समस्त जीवन कहानी को समेटे रहती हैं ,केवल ठीक से समझने और ठीक से बताने की बात है.जो विशवास करें और या जो न करें दोनों पर इन रेखाओं का प्रभाव निश्चय ही पड़ता है.यदि आप ठीक व्यक्ति के पास पहुंचे तो ठीक बताएगा और गलत व्यक्ति से अपना भविष्य जानने पहुंचे तो वह आप को ठगेगा.दोष विद्या  का नहीं बताने वाले का होगा.


7 comments:

SANDEEP PANWAR said...

आपने रेखाओं के बारे में खूब समझाया है,

मनोज कुमार said...

बहुत अच्छी जानकारी मिलती है आपके आलेखों द्वारा।

Dr (Miss) Sharad Singh said...

अच्छी जानकारी....

डॉ टी एस दराल said...

हस्त रेखाओं पर अच्छी और दिलचस्प जानकारी ।

वीना श्रीवास्तव said...

हस्त रेखाओं में थोड़ी रुचि मुझे भी है...अच्छी जानकारी...

अमरनाथ 'मधुर'امرناتھ'مدھر' said...

आप बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं| सचित्र दें तो उपयोगी होगा |

मुकेश पाण्डेय चन्दन said...

आपने रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी दी है, मगर इन्हें अगर सचित्र दी जाये तो उन लोगो को भी समझने में मदद मिलेगी , जिन्हें ये भी नही पता की विवाह रेखा और सफलता रेखा हथेली में कहाँ होती है . साभार